बुधवार, 13 जुलाई 2016

आज की चाय

बहुत दिनों बाद आज इस गली आना हुआ सोचा फिर चाय की एक प्याली मंगाई जाये और अपने आप से बात की जाये, जिंदगी अजीब से चौराहे पर खड़ी है एक एक कदम दिशा बदलने में निर्णायक सिद्ध होगा, तीन  रास्ते छोड़े जाये या एक अपनाया जाये, या समय से लड़ते हुए चारो को थामे रहे, बस इसी कश्मकश आज की चाय